“हिंदी केवल एक भाषा का काम ही नहीं करती है। यह सभी लोगों को एक दूसरे को आपस में जोड़े रखने का काम भी करती है।”
हमारा उद्देश्य
“हिंदी विषय के प्रति छात्र-छात्राओं में रुचि बढ़ाना।”
कुछ शब्द महाराष्ट्र राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के बारे में
२१ जून सन १९३४ को हिंदी प्रचार संघ नामक आद्य संस्था पुणे में महात्मा गांधी के हाथों स्थापित की गई। इसी संस्था के विकसित रूप में सन १९३६ में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, पुणे की स्थापना हुई।